Luxury Car Company Mercedes Benz Success Story in Hindi Biography.....?

| Author Name |-| By Qamar Abrar |

Feb 19, 2021

Luxury Car Company Mercedes Benz Success Story in Hindi Biography.

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आज हम आप को Mercedes Benz की कहानी बतायेगे या ये कह ले कि उसकी बायोग्राफी, बताने से पहले आप जान ही गये होंगे कि इस कंपनी की आज के समय में क्या हैसियत है कभी इस कंपनी का ऐसा समय आ गया था जो बंद होने की कगार पर आकर खड़ी हो गई थी पर वक्त के साथ-साथ इसने अपने अंदर सेफ्टी और टेक्नोलॉजी को ऐसा इम्प्रूवमेन्ट किया कि आज इस गाड़ी की पूरी दुनिया ही कायल है।

Luxury Car Company Mercedes Benz Success Story in Hindi Biography.....?


वैसे Mercedes Benz पूरी दुनिया मे सबसे पुरानी कंपनियों मेसे एक है और उतनी ही फेमस भी, ये एक जर्मन कंपनी है जो पूरी दुनिया मे एक फेमस ब्रांड है।


हिटलर इसी कंपनी की गाड़ी से चलता था।

कभी इस गाड़ी का हिटलर भी बहोत बड़ा फैन था जो इसी गाड़ी से खुद चला करता था, तो आईये जानते है कि इस कंपनी की सुरुआत कब हुई और कैसे हुई।

तो बात है 1986 की जब KARL BENZ ने BENZ PATENT MOTORWAGEN नाम की अपनी पहली कार लांच की और उसका पैटर्न भी आपने नाम करवाया था, जिनका ये कदम देखकर लोग बहोत खुस हुए थे कीउकी ऐसा पहली बार हुआ था जिसकी लागत उस समय तकरीबन 150 USD था, और उसी समय Gottlieb Daimler & Wilhelm Maybach ने एक पेट्रोल इंजन से चलने वाली एक गाड़ी बनाई थी वैसे Wilhelm Maybach एक प्रोफेशनल इंजीनियर थे जो ये कारनामा इन दोनों ने मिल कर किया था।

वैसे ये कारनामा KARL BENZ ने तो पहले ही कर दिखाया था पर इनसे ज्येदा Gottlieb Daimler को ही कार बनाने में सक्सेस मिली थी।

Jaguar Success Story in Hindi Biography.

  • कार के बारे में अगर कुछ जानना चाहते है तो ऊपर कई सारी link है जो अलग-अलग Car Biography से जुड़ा है।

  • यहाँ आप को हर एक information दी जायेगी, मतलब कार कैसे बानी, कौन मालिक है, याब क्या कर रही है वो कार कंपनियां।

  • Jaguar की पूरी information step by step.

  • नीचे BMW की सारी information है।

BMW Car Success Story In Hindi Biography.....?

इस बड़े आदमी ने दिया साथ।

बाद में EMIL JELLINEK 1897 में जो काफी बड़े बिजनेस मैन थे उन्होंने Gottlieb Daimler से एक कार खरीदी जिन्हें वो कार उस समय बहोत ही ज्येदा पसंद आई इसी की वजह से उन्होंने Gottlieb को कहा कि तुम ऐसी बहोत सी कार बनाओ जिसमे मैं आप का साथ दूँगा और वो तैयार भी हो गये पर EMIL JELLINEK ने एक शर्त रखी थी कि तुम अब जितनी भी कार बनाओ गे वो सारी की सारी Mercedes के नाम होगी और इस बात से वो तैयार भी हो गये बिना कुछ सोचे।

Luxury Car Company Mercedes Benz Success Story in Hindi Biography.....?


आखिर Mercedes ही किउ कोई और भी तो नाम तो रख सकते थे, आप के दिमाग मे भी यही सवाल होगा कि आखिर यही नाम किउ कीउकी Mercedes-EMIL JELLINEK की सबसे छोटी बेटी थी जिनका वो नाम रखना चाहते थे।

डैमलर मोटर कारपोरेशन को सन 1901 में पेस किया गया ये कार इतनी ज्येदा चली की पूरे जर्मनी में चर्चा होने लगी कीउकी इस कार की डिज़ाइन भी बहोत अच्छी थी साथ मे इसने कई सारी रेसिंग भी उस समय जीती थी इसके बाद से इस कंपनी का जो बुरा वक्त सुरु हुआ तो मानो वो रुकने ही वालां नही था।


इस कंपनी का बुरा वक्त।

उसी समय जर्मनी में वर्ल्ड वार सुरु हो गया और वहां की सरकार ने इस कंपनी के ऊपर भारी भरकम टैक्स लगा दिया, और इससे बुरी बात तो ये थी कि उसी समय वहां पर पेट्रोल की भी बहोत शार्टेज चल रही थी, आप इसी से अनुमान लगा लीजिए कि अगर ऐसा होगा तो क्या होगा, हालात ये हो गये थे कि जितनी भी automobile जर्मन कंपनी थी सब की सब बंद होने की कगार पर आ गई थी पर Gottlieb Daimler इतनी आसानी से थोड़ी हार मानने वाले थे इस लिए उन्होंने बीच मे सायकल और टाइप राइटर बनाना सुरु कर दी थी पर इनसे उनका कुछ होने वाला था नही।

सेम यही कंडीशन उधर बेंज की भी थी इसी लिए उन्होंने सन 1919 में Gottlieb Daimler के पास जाकर उनसे ये कहा कि आप हमारे साथ हो जाये और अब हमें मिलकर काम करना चाहिए पर 

Gottlieb Daimler ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया हालांकि बाद में चार साल बाद उनको ये अनुभव हुआ कि अब हमे साथ मे ही काम करना चाहिए कीउकी दोनों ही कंपनियां बर्बादी के कगार पर थी और फिर इन दोनों ने 1924 में मिलकर अपनी कंपनी जोड़कर Mercedes Benz नाम के साथ आगे बढ़ने को सोचा जो एक तरह से बहोत फायदा हुआ।

इनका इतना फायदा हुआ कि इस कंपनी ने 1927 में 8000 यूनिट्स मिलकर बेच दी थी यहाँ तक कि इस कंपनी का एक मॉडल 770-1930 से 1943 तक बहोत ही ज्येदा चला जीसमे हिटलर की भी यही पसंदीदा कार थी।


पूरी दुनिया मे इसकी इतनी फेक्ट्री है।

अब इस समय पूरी दुनिया मे 30 से भी ज्येदा फेक्ट्री मौजूद है जीसमे भारत मे ही सिर्फ तीन है जीसमे मुंबई, चेन्नई और पुणे सहर में है।

कोई भी कंपनी इतनी आसानी से नही सक्सेस बनती और आप को इस कहानी को जान कर कैसा लगा आप कमेंट में जरूर बताये।

Result

इस कंपनी ने कभी हार नही मानी जो वो चाहती थी बस उसी पर फोकस किया और उसे मिला भी, इस आर्टिकल में Mercedes की पूरी कहानी को दरसाया गया है की वो यहाँ तक कैसे पहुँची।

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